‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ ने ली पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी, पर्यटकों को बनाया निशाना

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले में एक पर्यटक की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। यह हमला उस वक्त हुआ जब पर्यटक अपने परिवारों के साथ घुड़सवारी का आनंद ले रहे थे। अब इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ ने ली है। सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट में इस संगठन ने हमले को अंजाम देने की बात स्वीकार की है और इसकी वजह भी बताई है।
आतंकी संगठन ने दी हमले की वजह
आतंकी संगठन ‘कश्मीर रेजिस्टेंस’ ने अपने पोस्ट में लिखा है कि जम्मू-कश्मीर में अब तक 85,000 से अधिक डोमिसाइल (स्थायी निवास) प्रमाणपत्र गैर-स्थानीय लोगों को जारी किए जा चुके हैं। उनका दावा है कि इससे यहां की जनसंख्या संरचना को बदला जा रहा है। ये लोग पहले पर्यटक बनकर आते हैं, फिर डोमिसाइल हासिल करते हैं और बाद में इस जमीन पर मालिकाना हक जताने लगते हैं। संगठन ने चेतावनी दी है कि जो लोग अवैध रूप से यहां बसने की कोशिश करेंगे, उन्हें हिंसक प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
सुरक्षा बल सतर्क, सघन तलाशी अभियान शुरू
हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया और आतंकियों की तलाश में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस और सेना की टीमें मिलकर कार्रवाई कर रही हैं। पहलगाम और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। इसके साथ ही पहलगाम पहुंचने वाले अन्य पर्यटकों को भी अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
स्थानीय प्रशासन की अपील
प्रशासन ने आम नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या सुरक्षा बलों को देने की अपील की है। इस हमले ने घाटी में एक बार फिर दहशत का माहौल बना दिया है। कई वर्षों बाद यह पहली बार है जब पर्यटकों को आतंकियों ने सीधे निशाना बनाया है, जिससे पर्यटन उद्योग और स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है।
क्या है नया डोमिसाइल कानून?
2019 में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर को पूर्ण केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिला। इसके बाद नया डोमिसाइल कानून लागू किया गया, जिसके तहत ऐसे लोग जो 15 साल या उससे अधिक समय से यहां रह रहे हैं, या जिनके माता-पिता 10 वर्षों से सरकारी सेवा में कार्यरत रहे हैं, वे स्थायी निवास प्रमाणपत्र के पात्र माने जाते हैं। आतंकी संगठनों को यही बदलाव खटक रहा है और इसी कारण वे अब पर्यटकों को भी निशाना बना रहे हैं।
उपराज्यपाल ने की हमले की निंदा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह एक कायराना हरकत है और इसके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने डीजीपी और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है और घायलों को तत्काल बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए हैं। एक घायल को जीएमसी अनंतनाग भेजा गया है।